Gold Prices: भारतीय परिवारों के लिए त्योहारी सीजन सोना खरीदने का सबसे शुभ समय माना जाता है। धनतेरस से लेकर दिवाली तक का समय जहां धार्मिक महत्व रखता है। इस बार बाजार में तेजी के बावजूद ग्राहकों की खरीदारी में कोई कमी नहीं आई है। सराफा व्यापारी बताते हैं कि लोग केवल आभूषणों तक सीमित नहीं हैं बल्कि सोने को दीर्घकालिक बचत का माध्यम भी मान रहे हैं।
Gold Prices शुद्धता के आधार पर मूल्य निर्धारण
वर्तमान में सर्वाधिक शुद्ध 24 कैरेट सोने की कीमत 119400 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर को छू रही है। यह वह शुद्धता है जिसमें लगभग पूर्ण रूप से सोना होता है और कोई अन्य मिश्र धातु नहीं मिलाई जाती। हालांकि इसकी नरमी के कारण आभूषण निर्माण में यह व्यावहारिक नहीं होता। इसलिए निवेश उद्देश्य के लिए 24 कैरेट सोना अधिक उपयुक्त माना जाता है।
किफायती विकल्प तलाश रहे खरीदारों के लिए उत्तम
किफायती विकल्प तलाश रहे खरीदारों के लिए 18 कैरेट सोना 89550 रुपए प्रति 10 ग्राम के भाव पर मिल रहा है। इसमें 75 प्रतिशत सोना होता है और यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो सीमित बजट में सोने के आभूषण खरीदना चाहते हैं। हालांकि विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि निवेश दृष्टिकोण से उच्च शुद्धता वाला सोना बेहतर विकल्प होता है क्योंकि इसका पुनर्विक्रय मूल्य अधिक स्थिर रहता है।

बाजार की गतिशीलता और उतार-चढ़ाव
सोने का बाजार स्थिर नहीं रहता और दैनिक आधार पर इसमें उतार-चढ़ाव देखा जाता है। पिछले सप्ताह शुक्रवार के कारोबारी सत्र में दिल्ली सराफा बाजार ने 500 रुपए की गिरावट दर्ज की थी। 99 प्रतिशत शुद्ध सोना उस दिन 120600 रुपए प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था। यह गिरावट मुख्यतः निवेशकों द्वारा लाभ की बुकिंग और अमेरिकी मुद्रा में मामूली सुधार के कारण आई थी।
ज्यादा जानें Bima Sakhi Yojana : महिलाओं को हर महीने ₹7000 मिलेंगे, ऐसे करें आवेदन
चांदी बाजार की स्थिति
सोने के साथ-साथ चांदी का बाजार भी सक्रिय बना हुआ है। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी की कीमत में 500 रुपए की कमी आई और यह 95000 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई। चांदी भारतीय संस्कृति और अर्थव्यवस्था दोनों में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। त्योहारी सीजन में चांदी के सिक्के, बर्तन और आभूषण खरीदना शुभ माना जाता है।
विशेषज्ञों का दृष्टिकोण और भविष्य के संकेत
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ बाजार विश्लेषकों के अनुसार, सोने में हालिया देखी गई गिरावट दीर्घकालिक तेजी के रुझान को प्रभावित नहीं करती। फरवरी 2025 के बाद से सोने में जो निरंतर तेजी देखी गई है, वह कई कारकों का परिणाम है। सुरक्षित निवेश की बढ़ती चाह, केंद्रीय बैंकों द्वारा स्वर्ण भंडार में वृद्धि, और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में मजबूत निवेश प्रवाह इसके प्रमुख कारण हैं।
निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
त्योहारी सीजन में सोना खरीदने की योजना बना रहे लोगों को कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण है कि केवल हॉलमार्क प्रमाणित सोना ही खरीदें जो शुद्धता की गारंटी देता है। बिना हॉलमार्क के सोना खरीदना जोखिम भरा हो सकता है क्योंकि शुद्धता सुनिश्चित नहीं होती। विभिन्न ज्वेलर्स के मेकिंग चार्ज की तुलना करें क्योंकि इसमें काफी अंतर हो सकता है और यह आपकी कुल लागत को प्रभावित करता है।
Note: यहां पर दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी पर आधारित है। विशेष जानकारी प्राप्त करने के लिए नजदीकी ज्वेलर्स या आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जरूर पता कर लें।